Jin Sutra, Vol.4-जिन-सूत्र

स्टॉक में
ओशो ने भगवान महावीर के समण-सुत्तं पर बोली प्रवचन माला में कुल बासठ प्रवचन दिए हैं। भाग चतुर्थ में कुल पंद्रह प्रवचनों का अपूर्व संकलन है।
ओशो ने भगवान महावीर के समण-सुत्तं पर बोली प्रवचन माला में कुल बासठ प्रवचन दिए हैं। भाग चतुर्थ में कुल पंद्रह प्रवचनों का अपूर्व संकलन है।

‘जहां न दुख है न सुख, न पीड़ा है न बाधा, न मरण है न जन्म, वहीं निर्वाण है।’अब यह भी कुछ कहना हुआ? यह तो ‘नहीं’ से कहना हुआ, नकार से कहना हुआ। क्या नहीं है वहां, यह कहा। क्या है, यह तो कहा नहीं। क्या है उसे कहा भी नहीं जा सकता।यह तो ऐसे ही हुआ, कि किसी स
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Publisher Osho International
अवधि (मिनट) 87
Type एकल टॉक