Jin Sutra, Vol.2-जिन-सूत्र

स्टॉक में
ओशो ने भगवान महावीर के समण-सुत्तं पर बोली प्रवचन माला में कुल बासठ प्रवचन दिए हैं। भाग द्वितीय में कुल पंद्रह प्रवचनों का अपूर्व संकलन है।
ओशो ने भगवान महावीर के समण-सुत्तं पर बोली प्रवचन माला में कुल बासठ प्रवचन दिए हैं। भाग द्वितीय में कुल पंद्रह प्रवचनों का अपूर्व संकलन है।

मनस्विद कहते हैं कि आदमी अपरिचित सुख से भी डरता है; परिचित दुख को भी पकड़े रखता है, कम से कम परिचित तो है! कम से कम जाना-माना, अपना तो है! इतने दिनों का नाता तो है! अपरिचित सुख से भी भय लगता है, कि पता नहीं क्या हो, क्या घटे! और जो व्यक्ति सत्य की खोज में
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Publisher Osho International
अवधि (मिनट) 101
Type एकल टॉक