Jin Sutra, Vol.2-जिन-सूत्र

स्टॉक में
ओशो ने भगवान महावीर के समण-सुत्तं पर बोली प्रवचन माला में कुल बासठ प्रवचन दिए हैं। भाग द्वितीय में कुल पंद्रह प्रवचनों का अपूर्व संकलन है।
ओशो ने भगवान महावीर के समण-सुत्तं पर बोली प्रवचन माला में कुल बासठ प्रवचन दिए हैं। भाग द्वितीय में कुल पंद्रह प्रवचनों का अपूर्व संकलन है।

तो हम तो बंधी लकीर में जीते हैं--कोल्हू के बैल की तरह जीते हैं। कोल्हू का बैल चलता बहुत है, दिनभर चलता है; पहुंचता कहीं भी नहीं।वर्तुलाकार जो घूमेगा, वह पहुंचेगा कैसे?इसलिए हमने जीवन को चक्र कहा है। गाड़ी के चाक की भांति, घूमता है, घूमता रहता है; कभी एक
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Publisher Osho International
अवधि (मिनट) 131
Type एकल टॉक