Anahad Mein Bisram - अनहद में बिसराम
ओशो द्वारा दिए गए दस अमृत प्रवचन।
इसलिए वसिष्ठ के इस सूत्र में पहला आक्षेप तो मुझे यह है कि वे कहते हैं: ‘लौकिकानां हि साधूनामर्थ वागनुवर्तते। वह जो लौकिक साधु है, उसकी वाणी अर्थ का अनुसरण करती है।’लौकिक साधु जैसी कोई घटना ही नहीं होती। और अगर होती है, तो फिर उसे साधु न कहो। जिसको परमात्
Publisher | Osho International |
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अवधि (मिनट) | 83 |
Type | एकल टॉक |
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